Badguman - Naseebo me hi Naa likha ho to Song Lyrics in Hindi
Badguman - Naseebo me hi Naa likha ho to Song Lyrics in Hindi
ये मुनकिन तो नहीं
जो दिल ने चाहा था
वो मिल जाए
कोई उम्मीद टूटे तो
क्या करे
ये मुनकिन तो नहीं
जो दिल ने चाहा था
वो मिल जाए
कोई उम्मीद टूटे तो
क्या करे
जो देखे ख्वाब आखों ने
हकीकत वो ना बन पाए
जो किस्मत साथ ना
दे तो क्या करे
ये दिल जो रो रहा है तो
कहीं से सबर मिल जाए
हुए जो बदगुमा
हम तो क्या करे
ये मुमकिन तो नहीं
जो दिल ने चाहा था
वो मिल जाए
कोई उम्मीद टूटे तो
क्या करे
जो दिल के पास रहते हैं
वो दिल क्यों तोड़ जाते हैं
वफ़ा के बदले क्यों वो
बेवफाई छोड़ जाते हैं
कभी जो हमसफर थे
अब अंजान लगते हैं
मोहब्बतों के वो
रिश्ते भी तो
बेजान लगते हैं
खुशी के दर पे
दस्तक दे रहे हैं
हम मसल साथ क्यों
कहीं ना चैन
पाए तो क्या करे
किसी से हमनवाई
का सिला
हमको ना मिल
पाये तो
हुए जो बदगुमा
हम तो क्या करे
ये मुमकिन तो नहीं
जो दिल ने चाहा
था वो मिल जाए
कोई उम्मीद टूटे तो
क्या करे
किसी का साथ पाना भी
कभी आसान नहीं होता
किसी के दूर जाने से
ये दिल विरान नहीं होता
वजह कुछ और भी
मिल जाती है
दुनिया में जीने की
किसी के आस पे
जीना भी तो आसान नहीं होता
नसीबों में ही न लिखा हो
तो वो कैसे मिल जाए
खुदा भी रूठ जाए तो करे
ये दिल जो रहा है तो
कही से सबर मिल जाए
हुए जो बदगुमा हम तो क्या करे
ये मुमकिन तो नहीं
जो दिल ने चाहा था
वो मिल जाए
कोई उम्मीद टूटे तो
क्या करे
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